*छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक विरासत बूढ़ा तालाब को बचाने और बूढा देव की सृजन एवं स्थापना के लिए एक मंच पर आए छत्तीसगढ़ के मूलवाशी बहुसंख्यक समाज*
*छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक विरासत बूढ़ा तालाब को बचाने और बूढा देव की सृजन एवं स्थापना के लिए एक मंच पर आए छत्तीसगढ़ के मूलवाशी बहुसंख्यक समाज*
*छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में यहां के मूलवासी समाज एसटी एससी ओबीसी माइनॉरिटी के हजारों लाखो की संख्या में लोग बुढा तालाब के पास अपनी सांस्कृतिक विरासत बूढा तालाब को बचाने के लिए एकत्रित हुए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष लाखन सिंह गोंड ने बताया कि हमारे छत्तीसगढ़ और भारत देश में ज्यादातर आदिवासी राजाओं का ही गढ़ किले देखने को मिलेंगे वैसे ही छत्तीसगढ़ मे आदिवासी ही राजा थे और छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हमारे पुरखा आदिवासी गोंड राजा राय सिंह जगत सैकड़ों वर्ष पूर्व राज किया करते थे उस समय अपने शासनकाल में उन्हीं के द्वारा 600 वर्ष पूर्व सन 1402 मे बूढ़ा तालाब का निर्माण कराया गया था राजा साहब ने आगे चलकर इस जगह को विकसित करने के लिए घाट बनवाएं पर आज वह घाट दिखाई नहीं देते इस तालाब को विकसित करने के लिए राजा साहब की मुख्य भूमिका रही पर इस ऐतिहासिक तालाब को आज दूसरे नाम से भी पुकारा जा रहा है जिसे लेकर छत्तीसगढ़ की बहुसंख्यक समाज आक्रोशित होकर विरोध दर्ज कर रहे हैं पूरे छत्तीसगढ़ में और वापस अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाने को लेकर बूढ़ा देव तालाब में हजारों लाखों की संख्या में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के साथ बहुसंख्यक समाज एकत्रित हुए और कहा की हम छत्तीसगढ़ के आदीवासी मूलवासी समाज अपनी धर्म संस्कृति और विरासत को बचाने के लिए हम सभी को एकता के सूत्र में आना होगा और अपनी सांस्कृतिक विरासत और अपनी हक अधिकार की लड़ाई लड़नी होगी जिसमें कोई राजनीतिकरण नहीं किया जाएगा जिसमें राजनीति से दूर धर्म और संस्कृति विरासत को बचाने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से बहुसंख्यक समाज की थी जिसमे छत्तीसगढ़ के तमाम सामाजिक संगठन हिस्सा लेकर अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाने के लिए मौजूदगी दर्ज किए छत्तीसगढ़ एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष सुरज यादव जी ने बताया कि यह हमारी बहुत संख्यक की रैली लाखे नगर से होते हुए फूल चौक शारदा चौक जयस्तंभ चौक से होते हुए बूढ़ादेव स्थल बूढ़ा तालाब पहुंची यहां आदिवासी समाज जो अपने आराध्य देव बूढ़ादेव रत में लेकर बूढ़ा तालाब धरना स्थल पहुंची जहां एक सभा आयोजित किया गया था जहां आदिवासी समाज और हमारा ओबीसी समाज सतनामी समाज के प्रमुख जन वक्ताओं ने अपने उद्बोधन में कहा कि शासन प्रशासन जिस तरीके से बाहरी व्यक्तियों के दबाव में आकर यहां के प्राचीन बूढ़ा तालाब का नाम बदलने में लगी है जिसे लेकर पूरे छत्तीसगढ़ की बहुसंख्यक समाज लड़ाई लड़ रही है कहा और हमारे पुरखा का नाम हम बदलने नहीं देंगे किसी भी हालत में कहा गया इस कार्यक्रम की अगुवाई छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल , प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अजय यादव सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष विनोद नागवंशी युवा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष पढ़ते जी के द्वारा किया जा रहा था जिसमें समर्थन मिला गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छत्तीसगढ़ एकता मंच के प्रदेश अध्यक्ष सूरज यादव सर्व समाज और कलार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विजय जयसवाल किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तारेइंद्र यादव तुसार साहू महासमुंद जेपी बघेल सभ्यता फाउंडेशन आदिवासी युवा मोर्चा महिला प्रदेश अध्यक्ष सुरभि ध्रुव गरियाबंद जिला डेजी रानी महासमुंद आदिवासी महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष सहीत छत्तीसगढ़ के तमाम आदिवासी सतनामी ओबीसी समाज के लोग हजारों लाखों की संख्या में शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाएं*