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ड्यूटी नहीं करते बाप बेटे की जोड़ी स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी नहीं मिल रही 24 घंटे सेवाएं नदारत रहते है चिकित्सा अधिकारी नहीं मिल रही सेवाएं

 ड्यूटी नहीं  करते बाप बेटे की जोड़ी 



स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी नहीं मिल रही 24 घंटे सेवाएं 

नदारत रहते है चिकित्सा अधिकारी नहीं मिल रही सेवाएं 



जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोड़ी अव्यवस्था और डॉ की स्वयं की व्यवस्था का लाभ पोड़ी समेत अन्य आसपास के लोगों को नहीं मिल रहा है 

पोड़ी अस्पताल में पदस्थ संविदा बांड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रखर दीप गुप्ता अपने पिता श्री पीके गुप्ता के नक्शे कदम आए दिन गायब रहते हैं 

24 घंटे स्वास्थ सेवा देने वाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में   संविदा बांड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रखर दीप गुप्ता अपने पिता श्री पीके गुप्ता की तरह ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं और गायब रहते है 

राष्ट्रीय राजमार्ग होती है आए दिन दुर्घटनाएं नहीं चिकित्सा अधिकारी की सेवाएं एमएलसी पोस्टमार्टम के लिए जाना पड़ता है बोडला

पोड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित है आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है पोड़ी थाना क्षेत्र के पोस्टमार्टम ओर एमएलसी के लिए बोडला जाना पड़ता है जिससे पुलिस वालों और ग्रामीण रहवासीयों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है 

कौन है डॉ प्रखर दीप गुप्ता आखिर क्यों मेहरबान है बीएमओ और सीएमओ क्या ? मिली भगत 

डॉ प्रखर दीप गुप्ता के पिता जाने माने कर्मचारी नेता और पोड़ी में नेत्र सहायक के पद पर कार्यरत श्री पीके गुप्ता के बेटा है 

ज्ञात हो कि पीके गुप्ता अपने कर्मचारी नेता होने का रौब अपने उच्च अधिकारी  और स्थानीय नेताओं के नजदीकी होने के कारण पोड़ी पदस्थापना स्थल में न तो ड्यूटी करते हैं और न ही मुख्यालय में निवास करते हैं इसकी सीएमओ ओर बीएमओ बोडला ने खुली छूट दे रखी है 

कभी फील्ड दौरा तो कभी सीएमओ ऑफिस में मीटिंग का बहाना बनाकर आए दिन कवर्धा में घूमते नजर आते हैं और जिले के एक चश्मा दुकान में चाय सिगरेट पीते नजर आते है लगता है चश्मा दुकान वाला पीके गुप्ता को लंबा कमीशन देते है आंख जांच और मोतियाबिंद जांच के लिए लोग भटकते हैं पर पीके गुप्ता के दर्शन दुर्लभ है बल्कि सीएमओ के नजदीकी होने के कारण उन्हें जिला  नोडल अधिकारी बनाया गया और अब उन्हें  जिला चिकित्सालय भेजने की तैयारी है

जिला नोडल के बहाने घर में निजी प्रैक्टिस करते हैं पीके गुप्ता शिकायत के बाद सीएमओ ने बचाव में उनके निवास में लगे बोर्ड को बस हटवाए है ताकि पीके गुप्ता को बचाया जा सके 

आंख के जिला नोडल अधिकारी होने के कारण उन्हें 


अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए डॉ प्रखर दीप गुप्ता भी आपकी सेवाएं पोड़ी पदस्थापना स्थल पर नहीं देते हैं रात्रि कालीन आपातकाल में डॉ प्रखर दीप गुप्ता के दर्शन ही नहीं होते

पिता पुत्र की जोड़ी बायोमेट्रिक नहीं लगते है अपने पिता का कर्मचारी नेता होने का भरपूर फायदा उठाते हुए डॉ प्रखर दीप गुप्ता ने अब तक पोड़ी पदस्थापना स्थल में संस्था प्रभारी का चार्ज नहीं लिया है ताकि वे माननी रूप से गायब रह सके

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