पालिका चुनाव: सामाजिक अंतर्कलह से भाजपा को होगा नुकसान?
पालिका चुनाव: सामाजिक अंतर्कलह से भाजपा को होगा नुकसान?
कवर्धा। नगर पालिका चुनाव के मद्देनजर भाजपा की आंतरिक कलह और समाजों के बीच गहराते मतभेद पार्टी के लिए संकट का कारण बन सकते हैं। जिले में चंद्रवंशी समाज और साहू समाज के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता हमेशा से रही है, और यह इस चुनाव में भी एक अहम मुद्दा बनती दिख रही है।
भाजपा में बढ़ता असंतोष
पार्टी में पहले से ही राजेंद्र चंद्रवंशी को जिलाध्यक्ष बनाए जाने को लेकर असहमति थी, जिसे काफी वृहद मंथन के बाद शांत कराया गया। अब नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी को टिकट दिए जाने से साहू समाज में नाराजगी देखी जा रही है।
क्या साहू समाज भाजपा से खफा है?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, साहू समाज की नाराजगी भाजपा के पारंपरिक वोटबैंक में सेंध लगा सकती है। यदि इस नाराजगी का असर मतदान पर पड़ा, तो यह भाजपा की जीत की राह में बड़ा रोड़ा साबित हो सकता है।
क्या कांग्रेस को मिलेगा फायदा?
यदि भाजपा की आंतरिक कलह जारी रही और नाराज मतदाता अन्य विकल्प की ओर रुख करते हैं, तो कांग्रेस को इसका सीधा लाभ मिल सकता है।
क्या भाजपा इस असंतोष को दूर कर पाएगी?
अब सवाल यह है कि क्या भाजपा नेतृत्व समय रहते इस असंतोष को खत्म कर पाएगा, या फिर सामाजिक अंतर्कलह उसकी चुनावी रणनीति पर भारी पड़ेगी? 15 फरवरी को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह असंतोष महज चर्चा तक सीमित रहा या फिर भाजपा की हार का कारण बना।