24 लाख की लागत से बन रहा महतारी सदन, भ्रष्टाचार की चादर में लिपटा निर्माण कार्य कवर्धा में गुणवत्ता विहीन कार्य, नियमों को ताक पर रखकर हो रही रंगाई-पुताई
24 लाख की लागत से बन रहा महतारी सदन, भ्रष्टाचार की चादर में लिपटा निर्माण कार्य
कवर्धा में गुणवत्ता विहीन कार्य, नियमों को ताक पर रखकर हो रही रंगाई-पुताई
कवर्धा।जिले में शासन की महतारी सदन योजना के अंतर्गत ग्राम जोराताल में निर्माणाधीन भवन गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य के चलते चर्चा में आ गया है। ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा स्वीकृत लगभग 24.70 लाख रुपए की लागत से बन रहे इस भवन में नियमों की अनदेखी और भ्रष्टाचार की बू साफ देखी जा सकती है।
जिला मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर की दूरी पर बिलासपुर मार्ग के पास स्थित जोराताल ग्राम पंचायत में यह महतारी सदन निर्माणाधीन है, लेकिन स्थिति यह है कि बिना प्लास्टर कार्य पूर्ण किए ही रंगाई-पुताई का काम शुरू कर दिया गया है। यह कार्य प्रशासकीय स्वीकृति क्रमांक 38/15/10/2024 दिनांक 18 मार्च 2025 के अंतर्गत स्वीकृत हुआ था, परंतु सूचना पटल पर कार्य पूर्ण होने की तिथि तक अंकित नहीं है, जिससे अनियमितता और भी स्पष्ट हो जाती है।स्थानीय लोगों ने बताया कि एक ओर दीवारों पर प्लास्टर किया जा रहा है और चंद घंटों बाद उस पर सीधे रंग चढ़ाया जा रहा है, जो तकनीकी रूप से गलत है। निर्माण कार्य के सिद्धांतों के अनुसार, प्लास्टर के बाद दीवारों को पानी से सींचकर मजबूती दी जाती है और फिर ही रंगाई-पुताई की जाती है। लेकिन यहां निर्माण एजेंसी की जल्दबाज़ी और मनमानी देखी जा रही है।
इस परियोजना के लिए सरकारी विभाग द्वारा चयनित निर्माण एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है, परंतु निर्माण की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह एजेंसी सरकार के भरोसे के साथ खिलवाड़ कर रही है। जानकारों का कहना है कि यदि कार्य की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो कई तकनीकी अनियमितताएं और भ्रष्टाचार उजागर हो सकते हैं।स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने मांग की है कि इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों, तकनीकी सहायकों और अभियंताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही उनकी सर्विस बुक में आपत्ति दर्ज की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार को रोका जा सके।