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*मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत, आला अधिकारियो को दिया आवेदन जांच की मांग*

 *स्वास्थ्य विभाग  जिला कबीरधाम  में स्थानांतरण नीति 2025 का उल्लंघन, जांच की मांग*



*मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत, आला अधिकारियो को दिया आवेदन  जांच की मांग*



*स्थानांतरण होने के बावजूद भी उनको उच्च पदों में किया गया आसीन*








कवर्धा जिला चिकित्सालय में स्थानांतरण नीति 2025 के उल्लंघन का मामला सामने आया है, जिसमें केशव धुर्व सिविल सर्जन , योगेश साहू  Bmo लोहारा  और माया दुबे जिला चिकित्सालय  को अभी तक उनके नवीन पदस्थापन स्थल पर नहीं भेजा गया है। यह स्थानांतरण नीति के प्रावधानों का उल्लंघन है, जिसके तहत स्थानांतरित कर्मचारियों को निर्धारित समय में कार्यमुक्त करना अनिवार्य है।


*स्थानांतरण नीति 2025 के प्रमुख बिंदु:*


- *स्थानांतरण अवधि*: 1 मई 2025 से 30 मई 2025 तक

- *कार्यमुक्ति*: स्थानांतरण आदेश जारी होने के दो सप्ताह के भीतर कार्यमुक्त करना अनिवार्य

- *अनुशासनात्मक कार्रवाई*: स्थानांतरण आदेश का पालन न करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी


इस मामले में जांच की मांग की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि स्थानांतरण नीति के उल्लंघन के पीछे क्या कारण है और इसमें कौन से अधिकारी शामिल हैं। साथ ही, यह भी पता लगाना आवश्यक है कि क्या इसमें पैसों के लेन-देन का मामला शामिल है और इसके लिए क्या कार्रवाई की जाएगी।


*शिकायत:*


मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से शिकायत की गई है, आला अधिकारियों को भी दिया आवेदन   शिकायत में कहा गया है कि केशव धुर्व, योगेश साहू और माया दुबे को उच्च पदों पर आसीन करने के बावजूद अभी तक उनके नवीन पदस्थापन स्थल पर नहीं भेजा गया है, जो स्थानांतरण नीति के प्रावधानों का उल्लंघन है।


*निष्कर्ष:*


कवर्धा जिला कबीरधाम  में स्थानांतरण नीति 2025 के उल्लंघन का यह मामला गंभीर है और इसकी जांच आवश्यक है। दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करना और स्थानांतरण नीति का पालन सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे।

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